बांग्लादेश अशांति: जेल से भागे आतंकी, भारत पर मंडराया खतरा, एजेंसियां हाई अलर्ट पर
बांग्लादेश में छात्रों के बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन के बीच सोमवार को 76 वर्षीय शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया, जिससे स्थिति बड़े राजनीतिक उथल-पुथल में बदल गई। इस बीच ढाका में एक पूर्व भारतीय उच्चायुक्त ने आगाह किया कि संकट को देखते हुए भारत को सीमा पर बहुत सतर्क रहना होगा। साथ ही उन्होंने दावा किया कि नई दिल्ली सभी स्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहेगी। बांग्लादेश में भारत के पूर्व दूत पंकज सरन ने कहा कि कोई नहीं कह सकता कि पड़ोसी देश में चीजें कब ठीक होंगी। हमें बांग्लादेश के अंदर कुछ संतुलन स्थापित करने के लिए विभिन्न राजनीतिक ताकतों का इंतजार करना होगा।
बीएसएफ ने अपने निगरानी क्षेत्र वाली सीमाओं पर अलर्ट जारी किया है। किसी तरह की घुसपैठ न हो इसके मद्देनजर सुरक्षा बल को पूरी तरह से नजर बनाए रखने को कहा गया है। एक अधिकारी ने कहा कि बीएसएफ ने 4,096 किलोमीटर लंबी सीमा पर एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। बीएसएफ के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी और उनके साथ अन्य वरिष्ठ अधिकारी भारत-बांग्लादेश सीमा सुरक्षा की समीक्षा करने के लिए पश्चिम बंगाल पहुंचे और आला अधिकारियों के साथ बैठक के बाद आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए। डीजी ने उत्तर 24 परगना जिले की सीमा का दौरा भी किया। पिछले दिनों पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले से लगती भारत-बांग्लादेश सीमा पर जहां अमुदिया सीमा चौकी के पास 10-15 बांग्लादेशी घुसपैठियों ने भारत में घुसने की कोशिश की थी। ऐसे सभी संवेदनशील एंट्री प्वाइंट को चिह्नित कर वहां खास चौकसी को कहा गया है।
खुफिया जानकारी मिली है कि बांग्लादेश में जारी अशांति के दौरान कई प्रतिबंधित इस्लामी आतंकवादी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम के सदस्य जेलों से भाग गए हैं। इनके भारत में प्रवेश करने की आशंका से एजेंसियां चौकन्ना हैं। ये आतंकी संगठन भारत बांग्लादेश के बीच सीमावर्ती राज्यों में सक्रिय हैं। कई मौकों पर भारत में सुरक्षा एजेंसियों ने पश्चिम बंगाल और असम से इन संगठनों के सदस्यों को गिरफ्तार किया है। संदेह है कि मौजूदा उथल-पुथल का फायदा उठाकर इन आतंकवादी संगठनों के सदस्य भारत में घुसपैठ कर सकते हैं।
इस बीच, बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने बड़ा बयान दिया है। सुवेंदु ने कहा कि कुछ ही दिनों में एक करोड़ हिंदू शरणार्थी बंगाल आने वाले हैं, इसलिए आप तैयार रहें। सुवेंदु ने बंगाल विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं का नरसंहार हो रहा है। रंगपुर में नगर परिषद के पार्षद हरधन नायक की हत्या कर दी गई। सिराजगंज के थाने में 13 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी गई, जिसमें नौ हिंदू हैं। वहीं, नोआखली में हिंदुओं के घर जला दिए गए।